अक्सर किताबों से दूर भागने के पीछे कुछ चिर—परिचित बहाने सुनने को मिलते हैं. मसलन, किताबें महंगी हैं, वक्त की कमी है, इन्हें पढ़ने में आँखें थक जाती हैं वगैरह—वगैरह. इन सभी समस्याओं के समाधान है बोल…
बोल एक ऐसा ई—बुक प्रोजेक्ट है, जिसके तहत हम पाठकों को ताजगी और मनोरंजन से भरपूर ई—बुक्स मात्र एक रुपए से पाँच रुपए मूल्य पर उपलब्ध कराएंगे. अभी तक इस प्रोजेक्ट के अंतर्गत लगभग डेढ़ दर्जन बुक्स पब्लिश की जा चुकी हैं, जिनमें मोटवेशनल, फन, भविष्य कथाएं, हास्य, रोमांस आदि श्रेणी की पुस्तकें शामिल हैं.
इस योजना को और अधिक विस्तार देते हुए शीघ्र ही क्लब बोल का आरंभ किया जाएगा. जिसमें महज 50 रुपए प्रतिवर्ष के सदस्यता शुल्क के ऐवज में सदस्यों को हर महीने एक दर्जन पुस्तकें उपलब्ध कराई जाएंगी, जिन्हें वे अपने मोबाइल, टैब या कम्प्यूटर डिवाइस पर पढ़ सकेंगे.
इसमें अधिक से अधिक नए लेखकों को शामिल किया जाएगा, ताकि नई प्रतिभाओं को पाठकों तक पहुँचने का अवसर मिले और पाठकों को नई तरह का साहित्य पढ़ने को मिले. सभी प्रकाशित किताबों के लिए उनके लेखकों को बिक्री मूल्य की 15—20 प्र.श.रॉयल्टी प्रदान की जाएगी.
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